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Wednesday 13 July 2016

                                     ५४. मिजाज 

मिजाज उनके देखकर गुरूर न आ जाए ,

तौबा खुद से करती हूँ कहीं जुल्म न हो जाए |




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ए यार इतनी बेरुखी न दिखा ,

कहीं मर ना जाऊं तेरे इश्क में |

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