१२१.कला
जीवन जीने की कला किताबों से नहीं ,सिर्फ अनुभव से ही प्राप्त की जा सकती है ।।
१२२.बरगद
बरगद के पेड़ों तले खुशबू ढूंढने वाले,
अकेले ही रह जाते हैं ।
सफर में जब तक साथ ही न हो रंगीला ,
महक कैसे आएगी सूखे पत्तों से ।
अकेले ही रह जाते हैं ।
सफर में जब तक साथ ही न हो रंगीला ,
महक कैसे आएगी सूखे पत्तों से ।
No comments:
Post a Comment