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Sunday 13 August 2017

                              १३० ,फेसबुक 

जय श्री कृष्णा मित्रो ,शुभ संध्या !!
फेसबुक एक ऐसा माध्यम है जहाँ हम अनगिनत अनजान लोगों के संपर्क में आते हैं ! जब कभी जिंदगी बोझ लगने लगती है ,यहाँ आकर लगता है जैसे दुनिया में बहुत कुछ है ! अपना सुख दुःख सभी एक दूसरे से शेयर करने लगते हैं ! ऐसा महसूस होता है ये एक बहुत बड़ा परिवार है ! जिन बातों को हम हमेशा गलत मानते हैं ,समझते हैं फिर भी जानकर उन्हीं रास्तों पर चलने लगते हैं ! किसी से भी अत्यधिक निकटता सिर्फ दुःख का ही कारण बनती है ! अपने लक्ष्य को भूलकर अनजाने रास्तों पर चलना जीवन को गतिहीनता ही देना है ! तो आइये कुछ ऐसा करें जिससे हम दूसरों के साथ खुद को भी सच्ची ख़ुशी दे सकें ! क्या औरों को दुःख देकर हम खुश रह सकते हैं ??/???

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