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Wednesday 13 December 2017

                             १६६,जय हिन्द 

मित्रो मेरे घर के सामने एक फौजी रहते हैं ।जहां आज सभी परिवार के सदस्य एक साथ दीवाली मना रहे हैं,
वही वो अपने परिवार को आज ही छोड़कर देश की सेवा में चले गए ।देखकर दिल बहुत भावुक हो गया ।
देश के सभी सैनिक भाइयों को मेरा दिल से सलाम ,

भूलकर अपना परिवार जो लगे हैं दिन रात देश सेवा में 
हम मना रहे हैं आज त्यौहार वीर बंदों की बदौलत है ।

देखकर आंखें भर आती हैं उन माँ के सच्चे सपूतों को ,
सहज कर देती हैं विदा जो अपने जान के टुकड़ों को ।

हम लड़ रहे हैं सिर्फ पटाखे और जातिवाद के लिए ,
बहा देते हैं वो अपना खून भी देश की रक्षा के लिए ।

बेटी रोकती है बड़े प्यार से ,आज तो मत जाओ पापा ,
माँ समझा देती है देश बड़ा है मत रोको उनको जाने से

देखकर इतनी सहजता मस्तक झुक झुक जाता है ,
दिल करता है आज बोल दो एक जय कारा इन
सच्चे देश भक्तों के लिए ।

अपनों की जुदाई आसान नहीं एक पल के लिए ,
महान है वो माँ और पत्नी रोक लेती है जो आँसू
देश की सेवा के लिए ।

मना रहा है देश सारा आज दिवाली मस्ती में मगन होके
करते हैं हम शुक्रिया दिल से अपने वीर जवानों के लिए
जय हिंद जय जवान 

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